भूकंप से कांपा दक्षिण-पूर्व एशिया, म्यांमार में 144 की मौत, सैकड़ों घायल
नेपीडॉ: दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों में मंगलवार को आए भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई, जिसका केंद्र म्यांमार के कचिन राज्य में था। अब तक 144 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। झटके भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और चीन तक महसूस किए गए, जिससे दहशत फैल गई।
भूकंप का केंद्र और असर
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमार के कचिन राज्य में 10 किमी की गहराई में था। यह इलाका भूकंपीय रूप से संवेदनशील माना जाता है। इस भूकंप से म्यांमार के मांडले, बागो, नेपीडॉ और यांगून में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। 1000 से अधिक इमारतें ढह गईं, जबकि सैकड़ों मकानों में दरारें आ गईं।
प्रभावित देश और हताहतों की संख्या
कुल मिलाकर 162 से अधिक लोगों की जान गई, जबकि 600 से अधिक लोग घायल हुए।
राहत और बचाव कार्य जारी
म्यांमार प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (NDMA) ने तुरंत राहत अभियान शुरू कर दिया। 500 से अधिक राहतकर्मी, सेना और पुलिस बल बचाव कार्यों में लगे हैं। अब तक 200 से अधिक लोगों को मलबे से जिंदा निकाला जा चुका है।
- हेल्पलाइन नंबर जारी: सरकार ने +95-123-456789 आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया।
- राहत शिविर: 50 से अधिक राहत शिविर लगाए गए हैं, जहां 3000 से अधिक बेघर लोग रह रहे हैं।
- बिजली और संचार सेवाएं ठप: प्रभावित इलाकों में 70% बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और इंटरनेट सेवाएं बाधित हैं।
भारत समेत कई देशों ने दी मदद की पेशकश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताई संवेदना
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर दुख जताते हुए कहा,
"भारत संकट की इस घड़ी में म्यांमार के साथ खड़ा है। हमारी टीम राहत और बचाव कार्य में हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।"
- भारत ने राहत सामग्री भेजी जिसमें 50 टन दवाइयां, 500 टेंट और 1000 खाने के पैकेट शामिल हैं।
- चीन और बांग्लादेश ने भी राहत और पुनर्वास में सहयोग का वादा किया।
विशेषज्ञों की चेतावनी – दोबारा आ सकते हैं झटके!
भूवैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि 5.0 से 6.0 तीव्रता के आफ्टरशॉक्स आने की संभावना बनी हुई है। लोगों से ऊंची इमारतों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।
आगे क्या?
- मृतकों के परिवारों को मुआवजा: म्यांमार सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख क्यात ($240) और घायलों को 2 लाख क्यात ($96) मुआवजा देने की घोषणा की।
- बिजली और संचार बहाली: अगले 72 घंटों में 80% बिजली आपूर्ति बहाल करने की योजना बनाई गई है।
- राहत शिविरों का विस्तार: अतिरिक्त 100 टेंट और 5000 खाने के पैकेट भेजे जा रहे हैं।
म्यांमार और आसपास के देशों में आए इस विनाशकारी भूकंप ने बड़ी संख्या में लोगों की जान ले ली और हजारों को बेघर कर दिया। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी है, लेकिन चुनौती अभी भी बनी हुई है।
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