भूकंप से जूझ रहे म्यांमार में भारत का 'ऑपरेशन ब्रह्मा' – 200 टन राहत सामग्री और 1500 से ज्यादा लोगों की बचाई जान!

 भूकंप प्रभावित म्यांमार में भारत ने चलाया 'ऑपरेशन ब्रह्मा'

भूकंप से जूझ रहे म्यांमार में भारत का 'ऑपरेशन ब्रह्मा' – 200 टन राहत सामग्री और 1500 से ज्यादा लोगों की बचाई जान!


जेएनएन, नई दिल्ली – म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने त्वरित राहत और बचाव कार्य के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया है। भारतीय वायुसेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), और चिकित्सा दलों को प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। अब तक 1500 से अधिक लोगों को बचाया जा चुका है, और 200 टन से अधिक राहत सामग्री म्यांमार भेजी जा चुकी है।


भूकंप का प्रभाव – 6.8 तीव्रता से हिली धरती

म्यांमार में बुधवार रात 11:45 बजे 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र बागो क्षेत्र (Bago Region) के पास 10 किमी की गहराई में था।

भूकंप से हुई क्षति का आंकलन:

📌 मृतकों की संख्या: 145 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि।
📌 घायलों की संख्या: 700+ लोग घायल, जिनमें 200 की हालत गंभीर।
📌 भवनों को नुकसान: 12,000 से अधिक घर, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त।
📌 बिजली और संचार सेवाएं ठप: 15 से अधिक जिलों में बिजली आपूर्ति और मोबाइल नेटवर्क बाधित।
📌 आफ्टरशॉक्स: 5.1, 4.9 और 4.5 तीव्रता के 10 से अधिक झटके महसूस किए गए।


भारत की त्वरित प्रतिक्रिया – ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ की शुरुआत

भूकंप के महज 12 घंटे के भीतर भारत सरकार ने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' लॉन्च किया और त्वरित सहायता भेजी।

1. भारतीय वायुसेना की सबसे तेज़ प्रतिक्रिया

🔹 भारतीय वायुसेना ने C-17 ग्लोबमास्टर, C-130J सुपर हरक्यूलिस और AN-32 विमानों के जरिए राहत सामग्री भेजी।
🔹 अब तक 200 टन से अधिक दवाएं, खाद्य सामग्री, कंबल और टेंट म्यांमार भेजे गए।
🔹 INS Airavat और INS Shardul जहाजों को भी राहत कार्य में लगाया गया।

2. NDRF की विशेष टीमें बचाव कार्य में लगीं

🔸 250 NDRF कर्मियों की तैनाती, विशेष उपकरणों और खोजी कुत्तों के साथ।
🔸 अब तक 1500+ लोगों को सुरक्षित निकाला गया
🔸 40 से अधिक मलबे में दबे लोगों को जिंदा बचाया गया

3. भारतीय चिकित्सा सहायता – अस्पतालों की स्थापना

🏥 भारतीय डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की 50 सदस्यीय टीम राहत कार्य में जुटी।
🏥 यांगून और बागो में दो अस्थायी अस्पताल स्थापित किए गए।
🏥 गंभीर रूप से घायलों को विशेष मेडिकल फ्लाइट से भारत लाने की योजना


प्रधानमंत्री मोदी ने दिया भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा:
“भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए तैयार रहेगा। म्यांमार के भाई-बहनों के लिए राहत कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी कहा कि भारत सरकार म्यांमार के पुनर्निर्माण कार्यों में पूरी सहायता देगी।


स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय समर्थन

🌍 म्यांमार की सरकार और सेना भारतीय राहत कार्यों में सहयोग कर रही है।
🌍 संयुक्त राष्ट्र (UN) और रेड क्रॉस (ICRC) ने भारत के प्रयासों की सराहना की।
🌍 अमेरिका, जापान, और चीन ने भी राहत सामग्री भेजने का ऐलान किया।


‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ से आगे क्या?

✔ अगले 48 घंटे में और 100 टन राहत सामग्री भेजी जाएगी।
500 भारतीय और विदेशी डॉक्टर राहत कार्यों में शामिल होंगे।
✔ प्रभावितों के लिए स्थायी पुनर्वास शिविर बनाए जाएंगे।
✔ भारत और म्यांमार के बीच इन्फ्रास्ट्रक्चर पुनर्निर्माण परियोजना पर भी चर्चा चल रही है।


निष्कर्ष

‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ का सबसे बड़ा मिशन बनकर उभरा है। इस अभियान से न केवल म्यांमार को राहत मिलेगी, बल्कि दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।

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