Pahalgam Terror Attack: जन्नत की वादी में खून का तूफान| WORLD HEADLINES विशेष रिपोर्ट

पहलगाम आतंकी हमला 2025: जन्नत की घाटी में दरिंदगी का तांडव 

पहलगाम आतंकी हमला 2025: जन्नत की घाटी में दरिंदगी का तांडव

लेखक: Ramjanm Kumar | WORLD HEADLINES


शुरुआत उस दोपहर से, जिसने पूरे देश को हिला दिया

22 अप्रैल 2025 की दोपहर का समय था। जम्मू-कश्मीर के सुंदर पर्यटन स्थल पहलगाम में स्थित बायसरन घाटी में पर्यटक छुट्टियों का आनंद ले रहे थे। बर्फ से ढकी पहाड़ियों के बीच बच्चों की हँसी, कैमरों की क्लिक, घोड़े की टापों की आवाज़ और स्थानीय लोगों की चहल-पहल से घाटी में जीवन मुस्कुरा रहा था। लेकिन दोपहर लगभग 3 बजे, यह शांत और सुंदर दृश्य अचानक गोलियों की आवाज़ों में बदल गया। सेना जैसी वर्दी में कुछ अज्ञात लोग घाटी में दाखिल हुए और देखते ही देखते अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।


हमला कैसे और किस तरह हुआ?

हमलावरों की संख्या 5 से 6 बताई गई। सभी ने भारतीय सेना जैसी वर्दियां पहन रखी थीं और अपने पास आधुनिक हथियार—जैसे AK-47, M4 कार्बाइन और हैंड ग्रेनेड्स—रखे थे। पहले तो उन्होंने पर्यटकों को रोका, पहचान पत्र मांगने का नाटक किया और फिर धर्म के आधार पर पहचान कर, खासतौर पर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। चंद मिनटों में ही घाटी में चीख-पुकार मच गई। आतंकियों ने कई गाड़ियों को आग लगा दी और दौड़ते लोगों पर भी गोलीबारी की।


कितने लोग मारे गए और कौन थे वे?

सरकारी रिपोर्ट्स के अनुसार इस हमले में कुल 26 लोगों की मौत हुई, जिसमें 18 भारतीय नागरिक शामिल थे। इनके अतिरिक्त—

  • 2 नेपाली पर्यटक,
  • 1 UAE नागरिक,
  • 1 स्थानीय मुस्लिम पोनीवाला,
  • और 4 अन्य लोग जिनकी इलाज के दौरान मौत हुई,

भी इस हमले के शिकार बने। घायलों की संख्या 20 से अधिक है, जिनमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। सभी घायलों को एयरलिफ्ट कर श्रीनगर के आर्मी हॉस्पिटल पहुंचाया गया।


स्थानीय लोगों की इंसानियत और बहादुरी

इस हमले के दौरान कश्मीरी स्थानीय लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कई पर्यटकों को छुपाया और बचाया। विशेष रूप से पहलगाम के घोड़े वालों (पोनीवालों) ने घायल पर्यटकों को पीठ पर लादकर सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया। स्थानीय गुरुद्वारों और मंदिरों ने रातभर घायलों और उनके परिजनों के लिए दरवाजे खुले रखे। इस मानवता ने आतंक के उस माहौल में एक उम्मीद की किरण दिखाई।


कौन हैं हमलावर और कौन है मास्टरमाइंड?

हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF (The Resistance Front) ने ली है। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा बताया जाता है। जांच एजेंसियों के अनुसार इस हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद है, जो लश्कर का साउथ कश्मीर ऑपरेशन प्रमुख है। अन्य प्रमुख हमलावरों में—

  • अबू तल्हा (पाकिस्तानी नागरिक),
  • सुलेमान शाह (PoK निवासी),
  • आदिल और आसिफ (जम्मू-कश्मीर के त्राल और अनंतनाग निवासी)

के नाम सामने आए हैं।


पाकिस्तान का कनेक्शन और ISI की भूमिका

NIA और RAW की शुरुआती जांच में यह सामने आया कि हमलावरों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में ट्रेनिंग मिली थी और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने पूरी योजना बनाई थी। पाकिस्तान में बैठे लश्कर और TRF के शीर्ष नेताओं ने बायसरन जैसी टूरिस्ट साइट को इसलिए चुना ताकि हमले का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव अधिक हो और भारत की छवि को नुकसान पहुँचे।


भारत सरकार की तीखी प्रतिक्रिया

घटना के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में रद्द की और दिल्ली लौटकर एक आपात बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और RAW प्रमुख मौजूद थे।

भारत सरकार ने निम्न कड़े कदम उठाए:

  1. पाकिस्तान से सभी वाणिज्यिक उड़ानों को बंद किया गया।
  2. इंदस जल संधि की समीक्षा की जा रही है और भारत ने नियंत्रण बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
  3. पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब कर औपचारिक विरोध दर्ज कराया गया।
  4. जम्मू-कश्मीर में सैन्य और सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई गई है।
  5. ऑपरेशन "सर्जिकल क्लीयर" की तैयारी की जा रही है, जो आतंकी लॉन्चपैड्स को निशाना बनाएगा।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और धमकियाँ

पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस बार भी आरोपों को खारिज किया और उल्टा भारत पर "कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन" का आरोप लगाया। साथ ही, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी कि इंदस जल संधि में कोई भी हस्तक्षेप "युद्ध की कार्यवाही" मानी जाएगी। पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया।


सेना और NIA का जवाबी एक्शन

हमले के 48 घंटों के भीतर भारतीय सेना ने कुलगाम जिले में दो आतंकियों—अबू तल्हा और सुलेमान शाह—को एक एनकाउंटर में मार गिराया। ऑपरेशन के दौरान सेना को M4 कार्बाइन, गोला-बारूद और नक्शे भी मिले हैं जो आतंकियों के पूर्व नियोजित योजना की पुष्टि करते हैं। बाकी बचे आतंकियों की तलाश तेज कर दी गई है। इस पूरे मामले की जांच NIA को सौंप दी गई है, और शुरुआती रिपोर्ट में स्पष्ट हो चुका है कि यह हमला "पार-सीमा आतंकवाद" की श्रेणी में आता है।


सियासी प्रतिक्रियाएं और सर्वदलीय बैठक की मांग

घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और PDP की महबूबा मुफ्ती ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं और कहा कि पर्यटन क्षेत्र में इतना बड़ा हमला सुरक्षा की विफलता है। संसद में विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है ताकि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय आम सहमति बन सके।


अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रियाएं

  • अमेरिका ने भारत के साथ खड़े होने का संदेश दिया और कहा कि "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन दिया जाएगा।"
  • यूरोपीय यूनियन, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने इस हमले की कड़ी निंदा की।
  • संयुक्त राष्ट्र (UN) ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की, लेकिन आतंकवाद पर भारत की चिंता को जायज़ ठहराया।
  • OIC (इस्लामिक देशों का संगठन) की प्रतिक्रिया विवादित रही क्योंकि उन्होंने आतंकी हमले की निंदा तो की, लेकिन "कश्मीर की स्थिति" पर चिंता भी जता दी।

ताजा अपडेट (25 अप्रैल 2025 तक):

  • कुलगाम एनकाउंटर में 2 आतंकी ढेर, ऑपरेशन जारी
  • जम्मू, श्रीनगर और अनंतनाग में सुरक्षा हाई अलर्ट
  • TRF से जुड़े 8 स्थानीय संदिग्ध हिरासत में लिए गए
  • कश्मीर के सभी पर्यटक स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
  • केंद्र सरकार ने मृतकों के परिवारों को ₹25 लाख और घायलों को ₹5 लाख मुआवजा घोषित किया है
  • अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा समीक्षा फिर से की जा रही है

 क्या कश्मीर अब भी सुरक्षित है?

पहलगाम हमला न सिर्फ एक आतंकी हमला था, बल्कि यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, पाकिस्तान के साथ संबंधों, और कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र पर सीधा हमला था। एक तरफ जहाँ स्थानीय लोगों ने मानवता की मिसाल पेश की, वहीं दूसरी तरफ देश ने फिर से आतंकवाद की गंभीरता को महसूस किया।

अब सवाल यह है कि क्या भारत सरकार इस हमले को एक और “सर्जिकल स्ट्राइक” या “एयर स्ट्राइक” से जवाब देगी? क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब पाकिस्तान पर दबाव बनाएगा? और सबसे अहम—क्या कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र की खोई हुई शांति वापस लौट पाएगी?


लेखक: Ramjanm Kumar
वेबसाइट: WORLD HEADLINES (www.worldheadlines.in)

WORLD HEADLINES आपके लिए लाता है देश-विदेश की बड़ी खबरें, सबसे पहले, सबसे सटीक।

हमसे जुड़े रहें और अपडेटेड रहें।


 

इसे भी पढ़ें :-

 Pahalgam Terror Attack: पर्यटकों पर हमला, 26 की मौत – Amit Shah की Emergency बैठक


Pahalgam Attack 2025: Bharat ne Sindhu Water Treaty Hold कर के पाकिस्तान को दिया कड़ा जवाब

पहलगाम हमले पर पीएम मोदी का कड़ा संदेश: आतंकियों की जमीन भी बर्बाद कर देंगे

India Suspends Indus Waters Treaty: पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिया गया सख्त निर्णय

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.