परिचय (Introduction)
बड़े सपने देखने के लिए बड़ी सुविधाओं की जरूरत नहीं होती, बस बड़ा हौसला चाहिए। इस बात को सच कर दिखाया है महाराष्ट्र के छोटे से गांव यमगे के बेटे बिरदेव सिद्धप्पा डोणे ने। बकरियां चराते-चराते, सीमित साधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद बिरदेव ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 551वीं रैंक हासिल कर IPS बनने का सपना साकार किया है।
उनकी कहानी आज देशभर के युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा बन चुकी है।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
बिरदेव का जन्म महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कागल तहसील के छोटे से गांव यमगे (Yamge) में एक गरीब किसान परिवार में हुआ। परिवार में आर्थिक तंगी हमेशा बनी रहती थी।
- उनके पिता एक साधारण किसान हैं और साथ ही पशुपालन का भी काम करते हैं।
- माँ घर की जिम्मेदारियों को संभालती थीं और खेती में हाथ बंटाती थीं।
- बिरदेव के दो भाई-बहन हैं, जो अभी भी पढ़ाई कर रहे हैं।
बचपन से ही बिरदेव ने जीवन का संघर्ष बहुत करीब से देखा। बिजली की कमी, इंटरनेट का अभाव, अच्छे स्कूलों की दूरी जैसी कई समस्याएं उनकी शिक्षा राह में रोड़ा बनीं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
शिक्षा की यात्रा (Educational Journey)
- प्रारंभिक पढ़ाई: गांव के सरकारी मराठी माध्यम स्कूल से।
- माध्यमिक शिक्षा: कोल्हापुर जिले के स्थानीय सरकारी विद्यालय से।
- उच्च शिक्षा: स्नातक (Graduation) कोल्हापुर के एक सरकारी कॉलेज से पूरी की।
पढ़ाई के साथ-साथ बिरदेव घर के कामों में भी मदद करते थे। वे सुबह स्कूल जाते, शाम को बकरियों को चराते और रात में पढ़ाई करते थे। कई बार तो चराई के दौरान ही किताबें साथ लेकर जाते और खेतों में बैठकर पढ़ते थे।
UPSC की तैयारी का सफर (Journey to UPSC)
बिरदेव के पास ना तो महंगी कोचिंग के पैसे थे, ना बड़े शहर जाकर रहने की सुविधा।
उन्होंने खुद पर भरोसा किया और Self Study से UPSC की तैयारी शुरू की।
उनके तैयारी के मुख्य स्तंभ थे:
- NCERT की किताबें (6वीं से 12वीं तक)
- स्टैंडर्ड बुक्स (Laxmikanth, Spectrum, GC Leong आदि)
- ऑनलाइन फ्री लेक्चर (YouTube, Government Websites)
- समाचार पत्र (The Hindu / Indian Express)
- मासिक पत्रिकाएँ (Yojana, Kurukshetra)
चुनौतियाँ:
- गांव में इंटरनेट कनेक्शन अक्सर कमजोर होता था।
- किताबें खरीदने के पैसे नहीं होते थे, तो पुराने किताबें या पीडीएफ से पढ़ाई की।
- कई बार पशुओं के साथ खेत में पढ़ाई करनी पड़ती थी।
UPSC इंटरव्यू का अनुभव (UPSC Interview Experience)
बिरदेव ने UPSC 2024 के मेन एग्जाम पास करने के बाद इंटरव्यू फेस किया।
इंटरव्यू में उनसे ग्रामीण जीवन, पशुपालन, महाराष्ट्र के कृषि मुद्दे और पुलिस सेवा में उनकी भूमिका को लेकर सवाल पूछे गए।
उनके सरल लेकिन प्रभावी उत्तरों ने पैनल का दिल जीत लिया।
उनकी ग्राउंड लेवल समझदारी, इमानदारी और समर्पण ने उन्हें अलग पहचान दिलाई।
रिजल्ट और सफलता का पल (Result Day)
जब 22 अप्रैल 2025 को UPSC का परिणाम आया, बिरदेव को इसकी जानकारी तक नहीं थी।
वे कर्नाटक के बेलगांव में अपने चाचा के साथ भेड़-बकरियों के बाल काटने में व्यस्त थे।
तभी उनके एक दोस्त ने फोन कर कहा:
"दोस्त, तुम पास हो गए हो! तुम्हारा नाम सूची में है।"
यह सुनते ही बिरदेव खुशी से रो पड़े।
वे तुरंत अपने माता-पिता को गले लगाने के लिए गांव लौटे।
परिवार और गांव में जश्न (Celebration in Family and Village)
बिरदेव के गांव यमगे में जैसे उत्सव का माहौल बन गया।
- ढोल-ताशों के साथ जुलूस निकाला गया।
- गांव के बुजुर्गों ने आशीर्वाद दिया।
- स्कूल के बच्चों ने नारे लगाए — "हमारा भाई IPS बना है।"
- पंचायत ने बिरदेव के सम्मान में विशेष कार्यक्रम रखा।
उनके माता-पिता की आंखों में गर्व के आंसू थे।
गांववालों ने कहा, "बिरदेव अब हमारे गांव के बच्चों के लिए उम्मीद की किरण बन गया है।"
भविष्य के सपने (Future Plans)
बिरदेव IPS बनने के बाद समाज के वंचित तबके के लिए काम करना चाहते हैं।
उनकी प्राथमिकता होगी:
- ग्रामीण इलाकों में शिक्षा को बढ़ावा देना
- महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- युवाओं को नशामुक्ति और अपराध से बचाने के लिए कार्यक्रम चलाना
उनका कहना है:
"जहाँ से मैं आया हूँ, वहां के बच्चों को सही मार्गदर्शन मिलेगा तो वे भी किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं।"
बिरदेव सिद्धप्पा डोणे का संदेश (Message for Aspirants)
बिरदेव कहते हैं:
"अगर साधन कम हैं तो निराश न हों। मेहनत और निरंतर प्रयास से आप किसी भी मुकाम तक पहुंच सकते हैं। खुद पर भरोसा करें, धैर्य रखें, और सपनों का पीछा करते रहें।"
बिरदेव सिद्धप्पा डोणे की कहानी भारत के उन लाखों युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों में भी बड़े सपने देखते हैं।
उनका जीवन संघर्षों, विश्वास और सफलता का एक खूबसूरत उदाहरण है।
आज बिरदेव न केवल अपने परिवार का, बल्कि पूरे महाराष्ट्र और भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।
WORLD HEADLINES की ओर से बिरदेव सिद्धप्पा डोणे को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं!

