पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में तोड़ा संघर्ष विराम, पुंछ सेक्टर में फिर गोलीबारी
WORLD HEADLINES
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने भरोसे को तोड़ते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में गोलीबारी की। शनिवार शाम 5 बजे से प्रभावी संघर्ष विराम के कुछ ही घंटे बाद यह घटना हुई, जिससे सीमा पर शांति की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है।
क्या हुआ पुंछ में?
शनिवार रात लगभग 8 बजे पाकिस्तान की ओर से पुंछ जिले में LOC पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी गई। यह तब हुआ जब भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के डीजीएमओ स्तर की वार्ता में संघर्ष विराम को लेकर सहमति बनी थी। जवाब में भारतीय सेना ने भी मजबूती से कार्रवाई की। दोनों ओर से देर रात तक गोलीबारी जारी रही।
भारत का तीखा विरोध
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
"यह घटना स्पष्ट करती है कि पाकिस्तान अभी भी द्विपक्षीय समझौतों को गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। भारत शांति का पक्षधर है लेकिन देश की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।"
विदेश मंत्री एस. जयशंकर का सख्त रुख
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकवाद और सीमा पार हमलों पर किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगा। उन्होंने कहा:
"भारत की नीति स्पष्ट है — आतंकवाद के खिलाफ हमारा रुख कड़ा और अडिग रहेगा। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि शांति के लिए उसे खुद को बदलना होगा।"
पाकिस्तानी सेना बनाम सरकार — अंदरूनी मतभेद?
इस घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम की पहल रावलपिंडी यानी पाकिस्तानी सेना की तरफ से हुई थी। इससे यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तानी सेना और सरकार के बीच समन्वय की भारी कमी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक चुप हैं।
ISI और आतंकवाद — चिंता की बड़ी वजह
भारत की सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI लगातार भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में जुटी है। सीज़फायर केवल एक दिखावा प्रतीत होता है, जबकि ज़मीनी हकीकत इससे एकदम उलट है।
भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क
भारतीय सेना ने पुंछ में जवाबी कार्रवाई करते हुए सीमा पर पूरी चौकसी बरती। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और किसी भी संभावित हमले या घुसपैठ की स्थिति में फौरन जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
सीज़फायर का भविष्य — क्या आगे बढ़ पाएगा भरोसा?
पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भारत-पाक रिश्तों में वाकई कोई सुधार संभव है? जब तक पाकिस्तान अपनी ज़मीन से आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक किसी भी शांति प्रयास की सफलता संदिग्ध ही रहेगी।
WORLD HEADLINES का निष्कर्ष
पाकिस्तान की हरकत एक बार फिर साबित करती है कि केवल कागज़ी समझौते और घोषणाएं पर्याप्त नहीं हैं। क्षेत्रीय शांति तभी संभव है जब पाकिस्तान ईमानदारी से अपने आतंकी नेटवर्क और सैन्य रणनीति पर पुनर्विचार करे।
प्रकाशक: WORLD HEADLINES www.worldheadlines.in

