उत्सव मना रहे यूक्रेनियों पर रूस का मिसाइल हमला: पाम संडे पर मातम, 34 की मौत और 117 घायल
WORLD HEADLINES | 14 अप्रैल 2025
रिपोर्ट: कीव/सूमी
रूस-यूक्रेन युद्ध की विभीषिका एक बार फिर निर्दोष नागरिकों पर कहर बनकर टूटी, जब रविवार, 13 अप्रैल को यूक्रेन के सूमी शहर में पाम संडे (Palm Sunday) के पवित्र अवसर पर रूस ने भीषण बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया। इस हमले में अब तक कम से कम 34 नागरिकों की मौत हो चुकी है और 117 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 15 बच्चे भी शामिल हैं।
धार्मिक पर्व पर खून की होली
पाम संडे, ईस्टर से ठीक पहले आने वाला एक महत्वपूर्ण ईसाई पर्व है, जो शांति और करुणा का प्रतीक माना जाता है। इसी दिन जब सूमी शहर के चर्च और सड़कों पर स्थानीय लोग उत्सव मना रहे थे, तभी अचानक मिसाइलों की बारिश शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हमला सुबह करीब 11:30 बजे हुआ, जब अधिकतर लोग पूजा-अर्चना कर घर लौट रहे थे।
रूस की ओर से किया गया बैलिस्टिक मिसाइल हमला
यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि रूस ने इस हमले में Iskander-M और Kalibr जैसी उन्नत बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रयोग किया। सूमी शहर के एक प्रमुख रिहायशी इलाके, एक स्कूल और एक अस्पताल को भी निशाना बनाया गया। यूक्रेन का दावा है कि यह हमला रणनीतिक नहीं बल्कि "आतंकवादी मानसिकता" का परिचायक है, जिसका उद्देश्य आम नागरिकों को भयभीत करना है।
117 घायल, कई की हालत गंभीर
स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, घायलों में से 25 की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें कीव और खारकीव के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है। बच्चों के एक वार्ड को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है, जहाँ कुछ बच्चे बिस्तरों पर सो रहे थे।
राष्ट्रपति जेलेंस्की का विश्व समुदाय से आह्वान
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने हमले के बाद एक आपातकालीन प्रेस वार्ता में कहा:
"रूस ने फिर से यह सिद्ध कर दिया है कि उसके लिए धर्म, मानवता और जीवन का कोई मूल्य नहीं है। पाम संडे के दिन इस तरह का हमला न केवल यूक्रेन पर, बल्कि पूरी सभ्यता पर हमला है। मैं संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अमेरिका सहित सभी वैश्विक शक्तियों से अपील करता हूं कि वे रूस के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएं।"
यूक्रेन का एफ-16 विमान भी गिराया गया
इस हमले के समानांतर, रूस ने यूक्रेन का एक F-16 फाइटर जेट भी मार गिराने का दावा किया है। यह जेट पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को प्रदान किया गया था और हाल ही में उसकी वायु सेना में शामिल हुआ था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह जेट उनके एयरस्पेस के करीब उड़ान भर रहा था और संभावित खतरे के रूप में देखा गया।
यूक्रेन ने इस दावे को खारिज नहीं किया है, लेकिन इसे "युद्ध की सामान्य स्थिति" बताते हुए पश्चिमी देशों से और अधिक हवाई रक्षा सहायता की मांग की है।
मानवाधिकार संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस हमले की निंदा की है। ह्यूमन राइट्स वॉच, एमनेस्टी इंटरनेशनल और रेड क्रॉस ने इसे "युद्ध अपराध" बताते हुए रूस पर तत्काल अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की मांग की है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ठोस कार्रवाई नहीं की, तो रूस ऐसे हमलों को और भी सामान्य बना देगा।
भारत और संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
भारत ने एक संतुलित बयान जारी करते हुए कहा कि "नागरिकों की मौत दुखद है और सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए।" वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा:
"यह हमला युद्ध नियमों का उल्लंघन है। आम नागरिकों और बच्चों पर हमला मानवता के खिलाफ अपराध है।"
क्या यह संघर्ष और व्यापक होगा?
विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला युद्ध को एक बार फिर तेज करने वाला साबित हो सकता है। 2025 के परमाणु समझौते की संभावनाएं पहले ही कमजोर थीं, और अब यह घटना वार्ता की किसी भी संभावना को और कठिन बना सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रूस पुतिन के नेतृत्व में अब "साइकोलॉजिकल वॉरफेयर" का रास्ता अपना रहा है, जहाँ युद्ध मैदान में नहीं बल्कि नागरिक मनोबल को तोड़कर लड़ा जा रहा है।
ओमान वार्ता को झटका
हाल ही में ओमान में अमेरिका और ईरान के बीच चल रही गोपनीय वार्ता को रूस-यूक्रेन संघर्ष से जोड़ने की कोशिशें भी हो रही हैं, क्योंकि कुछ विश्लेषक मानते हैं कि रूस को डर है कि अमेरिका और ईरान के रिश्तों में सुधार से उसके क्षेत्रीय प्रभाव पर असर पड़ेगा।
आगे की राह क्या है?
यूक्रेन ने अपने सहयोगी देशों से और अधिक हवाई सुरक्षा सिस्टम, ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम और F-16 जैसे फाइटर जेट्स की मांग की है। वहीं, रूस का रुख लगातार आक्रामक होता जा रहा है।
संभावना जताई जा रही है कि अगले कुछ सप्ताहों में न केवल जमीनी लड़ाइयां, बल्कि साइबर हमलों और आर्थिक प्रतिबंधों की होड़ भी तेज़ हो सकती है।

