पहलगाम के दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती: पीएम मोदी
मधुबनी, बिहार | WORLD HEADLINES रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी जिले में राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पहलगाम आतंकी हमले पर देश की भावनाओं को मुखर स्वर में व्यक्त किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हमला केवल निहत्थे पर्यटकों पर नहीं, बल्कि देश की आत्मा पर किया गया हमला है।
"अब आतंकियों की जमीन भी मिट्टी में मिलाई जाएगी"
प्रधानमंत्री ने अपने 17 मिनट के भाषण में बेहद सख्त शब्दों का उपयोग करते हुए कहा —
"जिन्होंने हमला किया है, उन आतंकियों और उनकी साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का वक्त आ गया है।"
प्रधानमंत्री के इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की ओर बढ़ रही है।
पहलगाम हमला: भारत की आत्मा पर चोट
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकी हमला एक सोची-समझी साजिश थी, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़, कोई उड़िया, और कोई बिहार से था। उन्होंने कहा कि —
"आज देश का हर कोना, कश्मीर से कन्याकुमारी तक, एक साथ दुखी है। हम सबका दर्द साझा है।"
"इंडिया विल आइडेंटीफाई, ट्रैक एंड पनिश एवरी टेररिस्ट"
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने एक अंतरराष्ट्रीय संदेश भी दिया। उन्होंने अंग्रेजी में कहा —
"India will identify, track and punish every terrorist. India's spirit will never break down."
यह कथन एक दृढ़ नीति की ओर इशारा करता है जिसमें भारत अब न केवल हमलों का जवाब देगा, बल्कि आतंकवाद की जड़ों तक पहुंचेगा।
आतंकियों को पनाह देने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत उन सभी को सजा देगा जो आतंकियों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि —
"भारत उन्हें भी खोजेगा और सजा देगा, जो इन आतंकियों को समर्थन देते हैं।"
देश भर से मिल रहा समर्थन
उन्होंने उन सभी देशों और नेताओं का धन्यवाद किया जिन्होंने भारत के इस कठिन समय में समर्थन जताया।
"जिसका भी इंसानियत में विश्वास है, वह हमारे साथ खड़ा है।"
यह भारत की वैश्विक छवि और आतंकवाद के विरुद्ध उसकी नीति को मजबूत बनाता है।
पंचायतों के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण ऐलान
अपने भाषण में पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे के साथ-साथ देश के ग्रामीण विकास की दिशा में उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला।
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
प्रधानमंत्री ने 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं को देश को समर्पित किया। साथ ही उन्होंने नेपाल की सीमा से जुड़े जयनगर से पटना के बीच ‘नमो भारत रैपिड ट्रेन’ को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई।
पंचायतों को डिजिटल बनाने की दिशा में प्रगति
- देश में 5 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) बनाए गए हैं।
- ग्राम पंचायतों को डिजिटल पहचान देने के लिए भूमि का डिजिटलीकरण हो रहा है, जिससे भूमि विवादों में भारी कमी आई है।
- बिहार पहला राज्य है, जहां पंचायतों में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है।
- जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेज अब ग्राम पंचायत स्तर पर आसानी से मिल रहे हैं।
रोजगार के लिए मिशन मोड में सरकार
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार गांवों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए मिशन मोड में कार्य कर रही है। पंचायतों को सशक्त बनाना, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का एक आवश्यक हिस्सा है।
आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण देशवासियों के मन में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की भावना को और भी प्रबल करता है। पहलगाम जैसे हमले भारत की आत्मा को चोट पहुँचाते हैं, और अब भारत उस हर हाथ को कुचलने की तैयारी में है जो इस आत्मा को घायल करता है।
WORLD HEADLINES आपके साथ है, इस संघर्ष में, इस बदलाव में, और भारत की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए हर कदम में।

