79वां स्वतंत्रता दिवस 2025: लाल किले से पीएम मोदी का 103 मिनट का ऐतिहासिक भाषण – युवाओं, किसानों, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर बड़े ऐलान
15 अगस्त 2025 – देश आज आज़ादी के 79 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। राजधानी दिल्ली के लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा लहराने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल का एक और ऐतिहासिक संबोधन दिया, जो 103 मिनट तक चला। इस दौरान उन्होंने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को दोहराया और कई ऐतिहासिक घोषणाएं कीं, जो देश के युवाओं, किसानों, उद्योगों, सुरक्षा और तकनीकी भविष्य से जुड़ी हैं।
इस बार का भाषण इसलिए भी खास था क्योंकि यह पीएम मोदी के अब तक के सबसे लंबे संबोधनों में से एक रहा, जिसमें उन्होंने न केवल उपलब्धियों का ब्योरा दिया बल्कि आने वाले 20-25 वर्षों की विकास यात्रा का खाका भी पेश किया।
विकसित भारत 2047 – एक साझा संकल्प
भाषण की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन किया और कहा कि आज का भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उन्होंने स्पष्ट कहा –
“2047 में जब भारत अपनी आज़ादी के 100 साल पूरे करेगा, तब हमें एक विकसित राष्ट्र बनना है। यह केवल सरकार का लक्ष्य नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का सामूहिक संकल्प है।”
उन्होंने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, अपनी जड़ों और विरासत पर गर्व करने, और एकजुट होकर काम करने की अपील की। मोदी ने कहा कि “समय को मोड़ने का यही सही वक्त है” और हर भारतीय को इस ऐतिहासिक परिवर्तन का हिस्सा बनना चाहिए।
युवाओं के लिए ऐतिहासिक रोजगार योजना
भाषण का सबसे बड़ा आकर्षण था प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना का ऐलान।
- बजट: ₹1 लाख करोड़
- लाभार्थी: लगभग 3.5 करोड़ युवा
- विशेष प्रावधान: निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 की राशि सीधे दी जाएगी।
- कंपनियों के लिए प्रोत्साहन: नई भर्तियों पर कंपनियों को टैक्स और अन्य लाभ दिए जाएंगे, ताकि रोजगार सृजन को बढ़ावा मिले।
पीएम मोदी ने कहा कि यह योजना भारत के युवाओं की ऊर्जा को अर्थव्यवस्था की ताकत में बदल देगी और निजी क्षेत्र में रोजगार वृद्धि की नई लहर लाएगी।
राष्ट्रीय डेमोग्राफी मिशन – जनसंख्या और सुरक्षा पर फोकस
देश में घुसपैठियों और जनसांख्यिकीय बदलाव को लेकर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री ने हाई-पावर राष्ट्रीय डेमोग्राफी मिशन शुरू करने की घोषणा की।
इस मिशन के तहत –
- जनसंख्या और प्रवासन के पैटर्न का वैज्ञानिक विश्लेषण होगा।
- सीमा सुरक्षा और आंतरिक शांति बनाए रखने के लिए नीतियां बनाई जाएंगी।
- दीर्घकालिक जनसंख्या संतुलन को सुनिश्चित करने के उपाय किए जाएंगे।
मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए यह कदम बेहद जरूरी है।
ऑपरेशन सिंदूर – नक्सलवाद पर निर्णायक वार
प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 125 से घटकर सिर्फ 20 रह गई है।
उन्होंने बस्तर और अन्य नक्सल क्षेत्रों में हुए सामाजिक बदलाव का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों ने वहां के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा है।
मोदी ने इसे “आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ी जीत” बताया।
अर्थव्यवस्था में बड़े सुधार
आर्थिक मोर्चे पर पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण कदमों की घोषणा और समीक्षा की:
- इनकम टैक्स एक्ट की 280 से अधिक पुरानी और जटिल धाराओं को खत्म किया गया।
- ₹12 लाख तक की वार्षिक आय वालों को पूरी तरह टैक्स फ्री कर दिया गया।
- GST व्यवस्था में “अगली पीढ़ी के सुधार” लागू होंगे, जिनका उद्देश्य MSME, उद्योग और उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाना है।
- छोटे कारोबारियों के लिए टैक्स अनुपालन को बेहद सरल बनाया जाएगा।
मोदी ने कहा कि “Ease of Doing Business” के साथ अब “Ease of Living” पर भी उतना ही जोर दिया जाएगा।
ऊर्जा और अंतरिक्ष में आत्मनिर्भर भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में सौर ऊर्जा, हाइड्रोजन, न्यूक्लियर पावर और स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व हासिल करेगा।
- गगनयान मिशन और आने वाले चंद्रयान-4 का उल्लेख करते हुए उन्होंने भारत की स्पेस क्षमताओं पर गर्व जताया।
- ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को तेज करने और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने की बात की।
महिला सशक्तिकरण – विकास का मूल आधार
मोदी ने कहा कि नारीशक्ति आज भारत की प्रगति का सबसे बड़ा इंजन है।
- स्टार्टअप इकोसिस्टम में महिलाओं की बढ़ती भूमिका
- स्पोर्ट्स में अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां
- विज्ञान और तकनीक में महिला नेतृत्व
इन सबको उन्होंने आने वाले “नए भारत” की मजबूत नींव बताया।
कृषि क्षेत्र के लिए पीएम धन-धान्य कृषि योजना
कृषि को लेकर प्रधानमंत्री ने पीएम धन-धान्य कृषि योजना की शुरुआत की घोषणा की।
- इस योजना का लाभ देश के 100 पिछड़े जिलों के किसानों को मिलेगा।
- किसानों को सीधा आर्थिक सहयोग और आधुनिक तकनीकी सहायता दी जाएगी।
- सिंचाई, बीज और फसल सुरक्षा पर विशेष पैकेज का प्रावधान होगा।
‘वोकल फॉर लोकल’ और मेक इन इंडिया चिप्स
पीएम मोदी ने एक बार फिर स्थानीय उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की और “दाम कम, दम ज्यादा” का मंत्र दिया।
साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि –
“इस साल के अंत तक भारत में बने चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगे।”
यह कदम भारत की टेक्नोलॉजी आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
एकता, परिश्रम और बदलाव का संदेश
भाषण के अंत में मोदी ने कहा –
“हमें एकता को बनाए रखना है। मेहनत करने वालों ने ही इतिहास रचा है और समय को बदलने का यही सही वक्त है।”
उन्होंने हर भारतीय से अपील की कि व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
भाषण का महत्व – सिर्फ घोषणाएं नहीं, विकास का रोडमैप
पीएम मोदी का यह भाषण कई मायनों में अलग रहा –
- इसमें तात्कालिक चुनौतियों के समाधान के साथ-साथ लंबी अवधि के विज़न को स्पष्ट किया गया।
- युवाओं, किसानों और महिलाओं को केंद्र में रखते हुए योजनाएं बनाई गईं।
- आर्थिक सुधारों और तकनीकी प्रगति पर समान रूप से जोर दिया गया।
- सुरक्षा और जनसंख्या संतुलन को राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा बनाया गया।
राजनीतिक और सामाजिक असर
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह भाषण 2025 के भारत के लिए एक मास्टर प्लान जैसा है, जो 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा तय करता है।
सामाजिक रूप से यह भाषण एकता, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का संदेश देता है, जो हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक है।
WORLD HEADLINES का निष्कर्ष
79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का यह 103 मिनट का संबोधन केवल भाषण नहीं बल्कि भारत के भविष्य का खाका है। रोजगार, सुरक्षा, आर्थिक सुधार, तकनीकी आत्मनिर्भरता, कृषि विकास और नारीशक्ति जैसे मुद्दों को केंद्र में रखकर यह भाषण 21वीं सदी के भारत की दिशा और दशा तय करने में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

